नविन कुमार गौड़ा जिसको फिल्म जगत में yash के नाम से पहचाना जाता है। यश को फिम जगत में काफी सफलता प्राप्त की है यश कन्नड़ सिनेमा के फिल्मी दुनिया की भूमिकाओं के लिए पहचाना जाता है। नविन कुमार गौड़ा ने कई सारी फिल्मो में रोमेंटिक और…
सुभाषचंद्र बोस भारत देश के महान स्वतंत्रता संग्रामी थे, उन्होंने देश को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए बहुत कठिन प्रयास किये. उड़ीसा के बंगाली परिवार में जन्मे सुभाषचंद्र बोस एक संपन्न परिवार से थे, लेकिन उन्हे अपने देश से बहुत …
जब मेवाड़ के महाराणा अमरसिंह ने मुगलों का विरोध किया, तो इन कछवाहा भाइयों ने महाराणा का साथ देने का इरादा किया। तुजुक-ए-जहांगीरी में जहांगीर लिखता है "आमेर के कुछ कछवाहों ने मेरे खिलाफ बगावत कर दी। इनके नाम अभयराम, विजयरा…
रबीन्द्रनाथ ठाकुर (1861-1940) उन साहित्य-सृजकों में हैं, जिन्हें काल की परिधि में नहीं बाँधा जा सकता। रचनाओं के परिमाण की दृष्टि से भी कम ही लेखक उनकी बराबरी कर सकते हैं। उन्होंने एक हज़ार से भी अधिक कविताएँ लिखीं और दो हज़ार से …
नियम आपके जीवन में बाधाएं प्रदान करते हैं। बाधाएं आपको केंद्रित रहने में मदद करती हैं। फोकस स्पष्टता प्रदान करता है। स्पष्टता आपको बदमाश कार्रवाई करने में मदद करती है। इसलिए, मैंने अपने जीवन में ये नियम बनाए हैं। वे आपको अपने लिए…
क्रांतिकारी खुदीराम बोस की उम्र उस समय मजह 19 साल की थी जब उन्होंने आज के रोज 11 अगस्त 1908 हिंदुस्तान की आजादी की खातिर फांसी को गले लगा लिया था. भारत की आजादी के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले सैकड़ों साहसिक क्रांतिकारियों में…
आवेदन पूर्व-उत्पाद चरण में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा एक्सेस किया जा रहा है जो स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के डेटा अपलोड कर रहे हैं जिन्हें पहले चरण में टीके मिलेंगे। ड्राई रन के दौरान 75 लाख से अधिक लाभार्थी पंजीकृत हो चुके हैं। लखन…
दिलीप घोष एक सक्रिय राजनेता हैं जो वर्तमान में पश्चिम बंगाल इकाई के लिए भाजपा के अध्यक्ष हैं। दिलीप घोष भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। दिलीप घोष का जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल में हुआ। दिलीप घोष बचपन से, कर्तव्य और ईमानदारी …
अंग्रेज एक एक कर सभी भारतीय राज्यों को हड़पने की योजना बना रहे थे। बिठूर के राजा नाना साहेब की पेंशन भी उनके धर्म पिता बाजीराव पेशवा की मृत्यु के पश्चात अंग्रेजों ने बंद कर दी थी। नाना साहेब का जीवनी नानासाहेब पेशवा का यह सभी टॉ…
कुछ विद्वानों के अनुसार पंचमी तिथि का प्रारंभ 29 जनवरी से हो रहा है तो इसलिए इसी दिन बसंत पंचमी मनाई जायेगी। तो वहीं कुछ के अनुसार 29 जनवरी को पंचमी तिथि का प्रारंभ सूर्योदय के एक प्रहर बाद हो रहा है जिस लिहाज से 30 जनवरी को सरस्…